Thursday, June 3, 2010

जब आप किसी के बारे में सोचते हैं

इस क्षण मुझे लगता है
शायद समूचे ब्रह्माण्ड में 
कोई भी मेरे बारे में नहीं सोच रहा है
केवल मैं ही अपने बारे में सोच रहा हूं

और अगर मैं अभी मर जाऊं
तो कोई भी 
मेरे बारे में नहीं सोचेगा 
मैं भी नहीं

जैसे जब मैं सो जाता हूं
यहीं से शुरू होता है वह पाताल
मैं खुद अपना सहारा हूं 
और उसे ही छीन लेता हूं 
खुद से

मैं अनुपस्थितियों से हर चीज पर 
परदा खेंचने में मदद करता हूं
शायद इसीलिये
जब आप किसी के बारे में सोचते हैं
आप उसे बचा रहे होते हैं
-रॉबेर्तो हुआर्रोज़ की कविता, उनके चित्र के साथ

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