उम्दा ऑमलेट लिखा मैंने
खाई एक गरम कविता
तुमसे प्रेम करने के बाद
गाड़ी के बटन लगाए
और कोट चलाकर मैं
घर पहुंची बारिश में
तुमसे प्रेम करने के बाद
लाल बत्ती पर चलती रही
रुक गई हरी होते ही
झूलती रही बीच में कहीं
यहां कभी, वहां भी
तुमसे प्रेम करने के बाद
समेट लिया बिस्तर मैंने
बिछा दिए अपने बाल
कुछ तो गड़बड़ है
लेकिन मुझे नहीं परवाह
उतारकर रख दिए दांत
गाउन से किए गरारे
फिर खड़ी हुई मैं
और
लिटा लिया ख़ुद को
सोने के लिए
-Translation of one of the love poems by African-American poet Nikki Giovanni
खाई एक गरम कविता
तुमसे प्रेम करने के बाद
गाड़ी के बटन लगाए
और कोट चलाकर मैं
घर पहुंची बारिश में
तुमसे प्रेम करने के बाद
लाल बत्ती पर चलती रही
रुक गई हरी होते ही
झूलती रही बीच में कहीं
यहां कभी, वहां भी
तुमसे प्रेम करने के बाद
समेट लिया बिस्तर मैंने
बिछा दिए अपने बाल
कुछ तो गड़बड़ है
लेकिन मुझे नहीं परवाह
उतारकर रख दिए दांत
गाउन से किए गरारे
फिर खड़ी हुई मैं
और
लिटा लिया ख़ुद को
सोने के लिए
तुमसे प्रेम करने के बाद।
(अनुवाद- माधवी)-Translation of one of the love poems by African-American poet Nikki Giovanni
अरे वाह शर्माजी गजब की रचना ..पढ़कर आनंद आ गया ..आभार
ReplyDeleteऔर
ReplyDeleteलिटा लिया ख़ुद को
सोने के लिए..
तुमसे प्रेम करने के बाद।
bahut khub
गज़ब की प्रस्तुति है मज़ा आ गया अगर प्रेम के बाद ये हश्र होता है शायद तभी हर प्रेमी रात को जगता है और दिन को सोता है।
ReplyDeletewah!
ReplyDeleteदिलचस्प !!!!
ReplyDeleteएक दो कविताएं ओर पढवाए इस कवि की ....
bahut achchhe!!
ReplyDeleteWhat a poem! So touching one.... keep up writing wonderful words ... that could touch hearts of thousands.
ReplyDeleteGood luck.
Never keep your pen away from paper. Keep dotting.
you will be there in the list of prominency one day.
My prayers
बहुत ही सुंदर रचना ........ धन्यवाद पढवाने के लिए....
ReplyDeleteWah! Kya kavi hai...... sach muj dil ko chuu janewala.
ReplyDeleteमजा आ गया...एकदम हट के कविता...
ReplyDeleteबहुत सुन्दर :)
:)
ReplyDeleteमार्मिक भावों को प्रस्तुत करती कविता ..शुक्रिया
ReplyDeleteचलते -चलते पर आपका स्वागत है
Interesting ...
ReplyDeleteआभार.. सभी सुधिजनों का !
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